aao bachcho tumhe dikhaye jhaki hindustan ki – ‘आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं झाँकी हिंदुस्तान की’ प्रश्न उत्तर
‘आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं झांकी हिंदुस्तान की’ इस कविता को ब्रिज कोर्स के तौर पर कक्षा आठवीं के सिलेबस में एनसीईआरटी (ncert) के द्वारा शामिल किया गया है और इसे सेतु पाठ्यक्रम के तौर पर चलाया जा रहा है।
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- नीचे दिए गए प्रश्नों का सटीक उत्तर कौन-सा है? उसके सामने तारा (★) बनाइए। कुछ प्रश्नों के एक से अधिक उत्तर भी हो सकते हैं।
1. हिंदुस्तान को बलिदान की धरती क्यों कहा गया है?
• बलिदान देने वालों की कतार लगी है। ✅
• हर व्यक्ति देशहित में लगा है। ✅
• हमारे वीरों ने अपनी शहादत से इसे मुक्त करवाया है। ✅
• यहाँ का हर बच्चा देश के लिए जन्म लेता है और मरता है। ✅
2. “ये प्रताप का वतन पला है आजादी के नारों पे” इस पंक्ति में ‘प्रताप’ का तात्पर्य है-
• महामहिम
• शूरवीर ✅
• शिव प्रताप
• महाराणा प्रताप ✅
3 “झाँकी हिंदुस्तान की” से कवि का तात्पर्य है-
•26 जनवरी पर भारत की झाँकी देखना
• संपूर्ण भारत के राज्यों की एक झलक प्रस्तुत करना ✅
• भारत के गौरवशाली व बलिदानी इतिहास की झलक प्रस्तुत करना ✅
• देश प्रेम और राष्ट्रीयता की भावना से भरना ✅
जल्दी-जल्दी बताओ तो जानें
- उत्तर का पर्वतराज कौन है?
- उत्तर – “आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं झांकी हिंदुस्तान की” कविता में पर्वतराज हिमालय पर्वत को कहा गया है।
- दक्षिण के सागर को सम्राट क्यों कहा गया है?
- उत्तर – दक्षिण के सागर को सम्राट इसलिए कहा गया है, क्योंकि दक्षिण में जो समुद्र है वह अनंत दूरी तक फैला हुआ है और ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे वह एक सम्राट (राजा) की तरह भारत देश के जनता की रखवाली कर रहा है।
- ठाठ को निराला क्यों कहा गया है?
- उत्तर – भारत देश की अलग अलग जो विशेषताएं हैं जैसे कि उसकी नदियां, समुद्र, वन, प्रदेश इत्यादि बहुत सुंदर है। यहाँ रहने वाले लोग इस सुंदरता मे मस्त होकर खुशी से झूमते हैं। इस कारण कवि ने ठाठ को निराला कहा है।
- भारत को बलिदान की धरती क्यों कहा गया है
- उत्तर – भारत को बलिदान की धरती कहा गया है क्योंकि भारत में भारत के लोगों की भलाई के लिए बलिदान देने वालों की कतार लगी है। हर व्यक्ति देशहित में लगा है। इसके अलावा हमारे वीरों ने अपनी शहादत से इसे मुक्त करवाया है। और यहाँ का हर नागरिक देश के लिए जन्म लेता है और मरता है।
सोच विचार के लिखिए
कविता को एक बार फिर से पढ़िए, पता लगाइए और लिखिए
(क) इस मिट्टी से तिलक करो कवि ने ऐसा क्यों कहा है?
उत्तर – ‘इस मिट्टी से तिलक करो’ कवि ने ऐसा इसलिए कहा है, क्योंकि हिंदुस्तान की इस पावन धरती को स्वतंत्र कराने के लिए सैकड़ों वीरों ने सर्वोच्च बलिदान दिया है। वीरों के बलिदान से यह धरती इतनी पवित्र हो गई है, कि इस धरती की मिट्टी से तिलक लगाकर यहाँ की जनता अपने आप को सौभाग्य शाली समझती है।
(ख) इस कविता में शिवाजी की शक्ति व पराक्रम को किस प्रकार दर्शाया गया है ?
उत्तर- इस कविता में वीर शिवाजी के पराक्रम के बारे में यह बताया गया है कि वीर शिवाजी जो कि एक मराठा थे, उन्होंने मुगलों से लोहा लिया और अपने तलवारों से डटकर उनका सामना किया।
(ग) जलियांवाला बाग की घटना के विषय में पता लगाइए और लिखिए।
उत्तर- जालियाँवाला बाग हत्याकांड, पंजाब प्रान्त के अमृतसर में जलियाँवाला बाग में 13 अप्रैल 1919 हुआ था। रौलेट एक्ट का विरोध करने के लिए एक सभा हो रही थी जिसमें जनरल डायर नामक एक अँग्रेज ऑफिसर ने बिना किसी कारण के उस सभा में उपस्थित भीड़ पर गोलियाँ चलवा दीं। जिसमें 400 से अधिक व्यक्ति मर गए और 2000 से भी अधिक घायल हुए।
मिलकर करें मिलान
कविता में से चुनकर कुछ पंक्तियां नीचे स्तंभ 1 में दी गई है, उनके भावार्थ स्तंभ 2 में दिए गए हैं। स्तंभ 1 की पंक्तियों को स्तंभ 2 के उपयुक्त भावार्थ से मिलान कीजिए–
स्तम्भ 1 2848_6f12f3-f6> |
स्तम्भ 2 2848_300afa-c1> |
शेर शिवाजी ने रखी थी लाज हमारी शान की 2848_be8151-e7> |
मराठों के सरदार शिवाजी महाराज ने अपनी शक्ति के आगे मुगलों की ताकत को भी हिला दिया और आन बान शान का बाल बांका भी न होने दिया 2848_a7fad6-27> |
यहां लगा दी बहनों ने भी बड़ी अपनी जान की 2848_bd5705-8b> |
अपने देश की स्वतंत्रता के लिए देश की बेटियों का योगदान भी किसी से कम नहीं था 2848_e2541a-8d> |
एक तरफ बंदूकें दन दन एक तरफ थी टोलियाँ 2848_54b1f2-17> |
जलियांवाला बाग में जनरल डायर ने दनादन गोलियां बरसाई लेकिन हमारे वीर और वीरांगनाएं डटकर खड़े रहे 2848_c33bc2-6f> |
यह देखो बंगाल यहां का हर चप्पा हरियाला है 2848_bee16a-9d> |
बंगाल (भारत) की संपन्नता देखते ही बनती है, हरी भरी धरती सब का मन मोह लेती है 2848_71a540-60> |